Monday, October 5, 2009

01.10.09

Its useless to desist pain coz gradually even a sustained scream becomes a solitary silence.

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फटे पुराने पन्नों से झाँकती ज़िंदगी

जिन उंगलियों को पकड़ कर चलना सीखा जिन कंधों पर बैठ कर दुनिया देखी आज वो उंगलियाँ बूढ़ी हो चलीं हैं और कंधे झुके-झुके से दिखते हैं उन आँखों म...